Sunday, April 21, 2013

बस में नहीं ये ही मुगालता है


बस................
बस में नहीं
ये ही मुगालता है
इंसान से ज्यादा
सक्षम तो खुद खुदा भी नहीं
इस बात को खुद खुदा मानता है

अनामिका नाम है तेरा
अनाम मगर हो नहीं
बहुत नाम है तेरा
फिर क्यूं कहती हो
बस में नहीं

No comments:

Post a Comment