वक़्त की मरहम भी
लगता है
अपना फ़र्ज़
भूल चुकी है
अब तो शायद
इस मिलावट के दौर में
वक़्त में भी
सागर का नमक
मिल गया है
जो ये वक़्त
मरहम की सुकूनियत की बजाए
अब नमक की हरारत ही दे रहा है
लगता है
अपना फ़र्ज़
भूल चुकी है
अब तो शायद
इस मिलावट के दौर में
वक़्त में भी
सागर का नमक
मिल गया है
जो ये वक़्त
मरहम की सुकूनियत की बजाए
अब नमक की हरारत ही दे रहा है
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