मुहब्बत के सपने दिखाते बहुत हैं
हमारा साथ अपनाओ
सपनों को हकीकत में बदलने का
नुस्खा हमारे पास है
वो रातों में हम को जगाते बहुत हैं
हमारे पहलू मैं आओ
लोरी सुना के सुला देंगे
मैं आँखों में काजल लगाऊँ तो कैसे
इन आँखों को लोग रुलाते बहुत हैं
आंसुओं को पी जायेंगे
रुलाने वालों को इतना रुलाएंगे
कि वो रोना और रुलाना
दोनों भूल जायेंगे
फिर अपने हाथों से
पलकों को उठा
उँगलियों के पोरों से
खुद आप कि आँखों में हम
काजल सजायेंगे
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