Monday, August 13, 2012


सूरज की रौशनी से ही चाँद जगमगाता है
अगर सूरज न हो तो चाँद की कोई औकात नहीं
चाँद तो बच्चा है जो तारों से मन बहलाता है
सूरज प्रौढ़ है, परिपक्क है,
उसी के कारण दुनिया
चल रही है
जिस दिन सूरज ठंडा पड़ गया
दुनिया ख़तम हो जाएगी
नाशत हो जायेगी
तब ना चाँद होगा ना तारे
सब फिरेंगे मारे मारे

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