Wednesday, October 10, 2012

खुशी के सुमन तेरी राहों में सनम सदा ही यूं खिलते रहें



खुदा  खैर  करे 
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खुशी  के  सुमन 
तेरी  राहों  में  सनम  
सदा  ही  यूं  खिलते  रहें 

अब  तलक  जो  रहे 
इक्कठे  रहे 
सुख-दुःख  दोनों  को 
इकठे  ही  मिलते  रहे 

मगर 
अब  हैं  होते  ज़ुदा 
आगे  खैर  करे  ख़ुदा
सुख  भरें  तेरी  झोली 
सदा  ही  सनम 
मेरी  राहों  में  कांटे 
चाहे  खिलते  रहें 

तू  जहां  भी  रहे 
सदा  खुश  ही  रहे 
मेरे  जैसे  ही  लाखों  तुझे  मिलते  रहें

हैं  मुबारक  तुझे 
तेरी  राहें  सनम 
इन्ही  राहों  में 
तुझ  को  सफलता  मिले 

हम  तो  फिर  भी  
ये  जीवन  बसर  लेंगे  कर 
मगर  तुझ  को  कभी  ना
जुदाई  मिले 

पर .............................सुन 
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हम  तो  गए  हैं  भटक 
तुम  ना  जाना  अटक .....

तेरी  राहों  में  फूल 
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तेरी  राहों  में  फूल 
मेरी  राहों  में  शूल ....
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मेरी  राहों  में  शूल 

क्यों  तुम  गए  हो  यह  भूल 


क्यों  तुम  गए  हो  यह  भूल 
अपनी  राहें  ज़ुदा  
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अपनी  राहें  ज़ुदा 
जाओ  ख़ैर  करे  ख़ुदा 
और  ख़ुशी  के  सुमन 
तेरी  राहों  में  सनम 
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सदा  ही  यूं  खिलते  रहें 

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